रावण अभी जिन्दा है: बृजेश अग्निहोत्री “पेंटर”
क्षणिकाएँ
जीवन के मूल्य
कुछ
ऐसे खो गए
कि
रावण
राम न हुए
राम
रावण हो गए।
स्वर्णिम
लंका की जगमग से
अयोध्या शर्मिंदा है
कब आओगे राम
रावण अभी जिन्दा है।
दशहरे
की बधाई देने
परदेश से लौटे ।
सीने लगकर
मिलनें लगे
मुखौटे ।
बृजेश कुमार अग्निहोत्री
“पेंटर”
निवासी
ग्राम-खरौली
पोस्ट-मिरांई
जिला-फतेहपुर
उप्र- 212665
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